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जिला पंचायत सीईओ ने जारी किए निर्देश
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छात्रों, मनरेगा श्रमिकों और स्व-सहायता समूहों की होगी भागीदारी
दुर्ग (रोहितास सिंह भुवाल)।
संविधान दिवस (26 नवंबर) के मौके पर इस बार जिले में अनूठी पहल देखने को मिलेगी। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार, जिले के सभी अमृत सरोवर स्थलों पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान न केवल संविधान की प्रस्तावना का वाचन होगा, बल्कि जल संरक्षण का संकल्प भी लिया जाएगा।
महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त तारण प्रकाश सिन्हा के निर्देशों के परिपालन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) बजरंग कुमार दुबे ने सभी ग्राम पंचायतों को विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है।
गाइडलाइन का पालन अनिवार्य
जिला पंचायत सीईओ ने स्पष्ट किया है कि आयोजन अमृत सरोवर गाइडलाइन के पैरा 7.2.4 एवं 7.2.6 के तहत किए जाएं। प्रशासन का जोर जन-भागीदारी पर है। कार्यक्रमों में युवाओं, स्कूल-कॉलेज के छात्रों, मनरेगा श्रमिकों, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और आजीविका दीदियों की सक्रिय उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन गतिविधियों का होगा आयोजन
26 नवंबर को अमृत सरोवर स्थलों पर होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय कर दी गई है:
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प्रस्तावना वाचन: संविधान की प्रस्तावना का हिंदी और अंग्रेजी में सामूहिक वाचन।
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संवाद: मौलिक कर्तव्यों, अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा।
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शपथ: जल संरक्षण और सरोवर के रखरखाव के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा।
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श्रमदान: सरोवर से गाद निकासी (Desilting), पौधारोपण और स्वच्छता अभियान।
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जागरूकता: “एक प्रण-जल संरक्षण” टैगलाइन के साथ सूचना बोर्ड और पोस्टर का प्रदर्शन।
तीन जनपदों में 123 सरोवरों पर फोकस
जिले में मनरेगा के तहत कुल 123 अमृत सरोवर निर्मित किए गए हैं, जो वर्तमान में जल संरक्षण के साथ-साथ मत्स्य पालन और सब्जी उत्पादन जैसी आजीविका का केंद्र बने हुए हैं। 26 नवंबर को इन सभी स्थलों पर कार्यक्रम होंगे:
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जनपद पंचायत धमधा: 50 सरोवर
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जनपद पंचायत पाटन: 37 सरोवर
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जनपद पंचायत दुर्ग: 36 सरोवर
प्रशासन का उद्देश्य इस आयोजन के माध्यम से संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी का भाव एक साथ जगाना है।







